घरवळि – सुणो ! तुम अबि नरेंद्र मोदी जिठाजी कुण चिठ्ठी भेजि द्यावो।
मि – क्या ?
घरवळि – नै पण चिठिन देर से पौंछण। तुम टेलीग्राम भ्याजो।
मि – टेलीग्राम ?
घरवळि – औ टेलीग्राम त बंद ह्वे गेन। तुम इन कारो ईमेल कौर द्यावो।
मि – पर …।
घरवळि – नै ईमेल ना ट्वीट कारो
मि – क्या बुलणि छे ?
घरवळि – नै, नरेंद्र मोदी जिठाजी कुण तुम SMS कारो अबि
मि – ह्यां पर नरेंद्र मोदी कुण किलै SMS करण ?
घरवळि – कखि नरेंद्र मोदी जिठाजी जग्वाळ मा ह्वाल तो तुम अब्याक अबि नरेंद्र मोदीकुण त्वरित सूचना भेजी द्यावो कि तुमर भर्वस नि रैन।
मि – क्यांक भर्वस ?
घरवळि – तुम सूचना भेजो कि अभिन्न अर व्यक्तिगत कारणों से तुम वूंक मंत्रिमंडल मा शामिल नि हूणा छा।
मि – मि अर नरेंद्र मोदीक मंत्रिमंडल मा ?
घरवळि – हाँ ! मि तैं डौर च कि उत्तराखंड तैं प्रतिनिधत्व दीणो बान नरेंद्र जिठाजीन तुम तैं केंद्रीय मंत्रिमंडल मा शामिल करि दीण।
मि – मि अर केंद्रीय मंत्री ?
घरवळि – हाँ पैल मि तुमर केंद्रीय मंत्री बणणो फेवर मा छौ पर अब केंद्रीय मंत्री बौणिक क्वी फैदा नी च।
मि – केंद्रीय मंत्री बणिक क्वी फैदा नी च ?
घरवळि – हाँ द्याख नी तुमन ब्याळि नरेंद्र मोदी जिठाजीन अपण मंत्र्युंकुण फरमान निकाळ आल कि 31 अगस्त तक अपण चल अचल सम्पति अर कारोबारों ब्योरा द्यावो।
मि – तो क्या ?
घरवळि – अरे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत ‘ मा इन डिक्टेटरशिप ठीक च कि केंद्रीय मंत्री अपण चल -अचल संपति अर कारोबारों सूचना द्यावो अर दगड़ मा केंद्रीय मंत्र्युं तैं अपण पत्नी , अपण बच्चों अर रिस्तेदारूं व्यापार। आय स्रोत्र बि दीण जरूरी च।
मि – ठीक त च कि मंत्र्युं आय स्रोत्र अर मंत्र्युं आय स्रोत्र प्रधान मंत्री तैं पता रावो।
घरवळि – क्या ख़ाक च ? ह्यां ! हमर पॉलिटिशियन मंत्री बणदा इ इलै छन कि ट्वाइलेट बिहीन स्वच्छ इण्डिया मा ऊ तैं क्वी नि पूछो कि ऊंक साइड बिजिनेस क्या च अर ऊंका बच्चा अर रिस्तेदार कनकैक ऊपरी कमाइ करणा छन। मोदी जिठाजी मंत्र्युं यु अणलिख्युं विशेषाधिकार लुठणा छन तो अवश्य ही यु थ्री डी (डेमोग्राफी , डेमोक्रेसी अर डिमांड ) युक्त इंडिया मा एक अमानवीय कृत्य च। नरेंद्र मोदी जिठाजी तैं ये अमानवीय कृत्य करण मा संयम बरतण चयेंद।
मि – मोदी जी ठीक त करणा छन। द्याख नि तीन मनमोहन सिंग ददा जीक मंत्र्युं कुहाल ? बिचारा पवन बंशल सरीखा सरीफ , ईमानदार मंत्री अपण भणजो कुकृत्य से बदनाम ह्वे गे छौ। अर अब भूतपूर्व रिकाउन्टिंग फिनेंस मनिस्टर चिदंबरम का सुपुत्र कार्तिकेय राजस्थान मा मेडिकल ऐम्ब्युलेंस सप्लाई का चक्कर मा फंसी गे। बिचारी सोनिया गांधी बौ कनकै इथगा बड़ो धक्का बर्दास्त कारली कि कॉंग्रेस का सर्वश्रेष्ठ ईमानदार मुख्य मंत्री गहलौत , सुपर ईमानदार मंत्री पाइलेट जन राजस्थान मा आंब्युलेन्स घोटाला मा फंसण वाळ छन।
घरवळि – ह्यां पर यदि विश्व गुरु भारत मा मंत्री अर ऊंका रिस्तेदार ऊपरी कमाई नि कारल तो फिर लोग पॉलिटिक्स मा आला इ ना। सि करूणानिधि तैं इ पूछी ल्यावो।
मि – मेरी समज से तो नरेंद्र भाइन सबसे बड़ो प्रशंसनीय कदम उठाइ कि अपण मंत्र्युं इनकम सोर्स पूछ।
घरवळि – चलो यु त ठीक च कि मंत्र्युं इनकम सोर्स प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री तैं पता हूण चयेंद किंतु यु त डिक्टेटरशिप की इंतहा ही ह्वे गे …. …
मि – क्यांक हद ह्वे गए ? इंतहा ह्वे गे ?
घरवळि – नरेंद्र मोदी जिठाजीन अपण मंत्र्युं तैं आदेश दे दे कि अपण नौन- नौनी , भणजि -भणजा – भतीजौं -जवैंऊँ तैं फॉरेन एम्बेस्युं अर इन अन्य पदों पर नौकरी नि लगवावो।
मि – हाँ ठीक त च यांसे विदेशी सरकारुं बदमिजाजी की मंत्री पुत्र -पुत्र का द्वारा सीधी लॉबीइंग रुक जालि।
घरवळि – बस तुम तो बस ! ह्यां पण ! यदि मंत्री अपण नौन्याळु अर रिस्तेदारुं नामसे बेइंतहा धन नि कामाला तो फिर मेरा महान भारत मा मंत्री बणिक क्या फायदा ? पॉलिटिशियन मंत्री ही इलै बणदन कि पांच साल मा इथगा कमाए जाव कि अगला सात पीढ़ी बि दैल -फ़ैल कौरी खावो। अर अब जब कि नरेंद्र मोदी मंत्र्युं ऊपरी कमाई का स्रोत्र पर लगाम लगाणा छन तो इन मा कु मंत्री बणन चालो। नाउ , दियर इज नो इंसेंटिव इन बिकमिंग मिनिस्टर ! तुम अब्यक अबि नरेंद्र मोदी जिठाजी कुण SMS भेजि द्यावो कि तुम तैं मंत्री बणन मा क्वी बि रूचि नी च। मंत्री बणिक बि रूखा – सूखा खाण तो गढ़वाळि लिख्वार ही ठीक च।