 
                                        
                                    वेल्ड प्रोसेसर से जुड़ी बुनियादी बातें और उपयोगी सुझाव
अगर आप वेल्डिंग शुरू करने वाले हैं या अपने काम को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो सही वेल्ड प्रोसेसर का चयन बहुत ज़रूरी है। बहुत सारे मॉडल उपलब्ध हैं, पर सही चुनने के लिए कुछ बातों को समझना जरूरी है। यहाँ हम आसान शब्दों में बताते हैं कि कौनसा प्रोसेसर आपके काम के लिए बेहतरीन रहेगा।
वेल्ड प्रोसेसर चुनते समय किन चीज़ों पर ध्यान दें?
सबसे पहले देखिए इस प्रोसेसर की पावर रेटिंग। आपका काम – चाहे पतला धातु वेल्डिंग हो या मोटी स्टील पाइप – पावर के हिसाब से बदलता है। छोटे कामों के लिए 150-200 एएम्प वाला मॉडल चल जाएगा, लेकिन भारी काम के लिए 300 एएम्प या उससे अधिक वाला बेहतर रहेगा।
दूसरा महत्वपूर्ण पैरामीटर है इनपुट वोल्टेज। अगर आपके मॉडर्न घर या वर्कशॉप में 220V है, तो ऐसे प्रोसेसर खरीदें जो इस वोल्टेज पर सही काम करे। कुछ प्रोसेसर दो तरह के वोल्टेज (110V/220V) को सपोर्ट करते हैं, जो लचीलापन देते हैं।
तीसरा, देखें डिस्टेंसेंस कंट्रोल (डिजिटल या एनालॉग)। डिजिटल कंट्रोल से आप सटीक करंट और वोल्टेज सेट कर सकते हैं, जो वेल्ड की क्वालिटी को स्थिर रखता है। अगर बजट सीमित है, तो एनालॉग कंट्रोल भी ठीक रहेगा, पर सेटिंग थोड़ा परेशानी भरा हो सकता है।
वेल्ड प्रोसेसर का सही उपयोग और सुरक्षा टिप्स
प्रोसेसर को चालू करने से पहले हमेशा वर्क एरिया को साफ रखें। धातु के टुकड़े, ओवरहेड लाइट्स या कोई भी जलनशील चीज़ दूर रखें। इससे स्पार्क या धुएँ से बचा जा सकता है।
पहले करंट और वोल्टेज को लो सेटिंग पर रखें और धीरे‑धीरे बढ़ाएँ। इससे वेल्डिंग काम में एकसमान गर्मी आती है और धातु में दरार नहीं पड़ती। यदि आप मोटी स्टील वेल्ड कर रहे हैं, तो फीडर रोलर को सही गति पर रखें, इससे घिसाव कम होता है।
सुरक्षा के लिए हमेशा वेल्डिंग हेल्मेट, लेदर ग्लव्स और रेसिस्टेंट जूते पहनें। विशेषकर हेल्मेट में ऑटोहाल्ट फंक्शन होना चाहिए, ताकि चमकते स्पार्क को तुरंत रोक सके। बीमारियों से बचने के लिए वेंटिलेशन भी जरूरी है, खासकर जब कार्बन डाइऑक्साइड या धुएँ वाला काम हो।
प्रोसेसर इस्तेमाल करने के बाद उसे पूरी तरह ठंडा होने दें, फिर ही उसे बंद करें और वोल्टेज सॉकेट से अनप्लग करें। इससे इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेन्ट्स की उम्र बढ़ती है और शॉर्ट सर्किट का खतरा कम होता है।
समाप्ति पर, समय‑समय पर प्रोसेसर के कनेक्शन, वायर और कंट्रोल पैनल की जाँच करें। अगर कोई ढीला या जंग लगा हुआ लगे, तो तुरंत बदलें। यह छोटे‑मोटे रख‑रखाव से प्रोसेसर कई सालों तक चलता है।
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप न सिर्फ बेहतर वेल्डिंग हासिल करेंगे, बल्कि अपने उपकरण को भी लम्बे समय तक सुरक्षित रख पाएँगे। वेल्ड प्रोसेसर का सही चयन, सही सेटिंग और सुरक्षा नियमों का पालन—इन तीन चीज़ों से आपका वर्कशॉप प्रोफेशनल बन जाता है।
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                                27 जन॰  
 
                                                                                                 
                                                                                                 
                                                                                                 
                                                                                                