बैंक और ATM की लाइन में लगते वक्त ये जान लें!

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पांच सौ और हजार के नोट पूरी करेंसी में 86 फीसदी थे. बंद होने के बाद अब उनकी कमी पड़ गई है. सरकार ने पुराने नोट एक्सचेंज करने की लिमिट भी दो हजार कर दी है. पूरा देश लाइन में खड़ा है. कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे समय में ज्यादातर लोगों ने रोज के खर्चे निपटाने के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की व्यवस्था कर रखी है. बहुत सी दुकानों और पेट्रोल पंप में कार्ड-स्वाइप मशीन और पॉइंट ऑफ़ सेल मशीन से ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. जगह-जगह पे-टीएम वालों ने अपने पोस्टर लगा रखें हैं. कुछ न करो, बस पे-टीएम करो.
जिनके पास डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड है, वो इन सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिनके पास नहीं है वो कतार में हैं. नए लोग भी इस डिजिटल ट्रांजैक्शन में हाथ आजमा रहे हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है. इसकी वजह से उनकी बैंक की जानकारी चुराने वाले चोट्टे बाजार में घूम रहे हैं.
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड धारकों की जिंदगी काफी डिजिटल हो गई है. लेकिन इतनी डिजिटल जिन्दगी के अभी हम आदी नहीं हो पाए हैं, इसलिए बहुत सी गलतियां कर रहे हैं. जैसे सामान्य अर्थव्यवस्था के दीमक काले धन वाले लोग हैं वैसे ही डिजिटल अर्थव्यवस्था के दीमक हैकर्स हैं. इस समय के माहौल में उनकी चांदी हो गई है. आपके बैंक खातों और डेटा पर उनकी नज़र है. इसलिए इस वर्चुअल दुनिया के असली चोरों से बचकर रहें. अपनी सुरक्षा, अपने हाथ. अपने बैंक के डिटेल्स कहीं देने, डेबिट या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने से पहले कुछ चीजों पर ध्यान दें:
1. डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड स्वाइप करते समय अकाउंट का पिन नंबर खुद ही डालें. कुछ लोग कहते हैं आप बता दीजिए हम पिन एंटर कर देते हैं. ऐसे लोगों को साफ़ इंकार कर दें. स्वाइप के बाद पर्ची ज़रूर लें.
2. बहुत से लोग सोशल मीडिया और अपने ई-मेल अकाउंट में अपने बैंक डिटेल्स रखते हैं. ज्यादातर लोग अपने दिमाग पर ज्यादा जोर न देते हुए 1234 या चार बार जीरो वाला पासवर्ड रख देते हैं. ज्यादा आगे बढ़ते हैं तो अपनी गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड या अपने घर के किसी आदमी का नाम रख देते हैं. ऐसे पासवर्ड कभी ना रखें जिन्हें आसानी से हैक करके आपकी जानकारी चुरा ली जाए.
3. ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट और पे-टीएम पर भी ऐसे पासवर्ड होते हैं. इन वेबसाइट्स पर आपके बैंक अकाउंट की डिटेल्स होती हैं, जिन्हें आसानी से चुराया जा सकता है. सबसे पहले अगर हो सके तो अपने डिटेल्स ईमेल या सोशल मीडिया में सेव न करें.
4. पासवर्ड में %&@# जैसे स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करें. अक्षरों के साथ नम्बर भी रखें. अक्षर, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर्स का मिला जुला पासवर्ड हैक करने में चोट्टों को कठिनाई होती है.
5. स्मार्टफोन में कुछ ख़ास गेम खेलने के लिए उन्हें खरीदना पड़ता है. इसके लिए लॉग इन करना होता है. इसके बाद वो बैंक की जानकारी मांगते हैं. ऐसे गेम्स को स्मार्टफ़ोन में इंस्टाल ना करें.
6. एप्पल वाले लोग नोट-पैड में भी अपने डिटेल्स रख सकते हैं. ये काफी सुरक्षित होता है. इसके अलावा डिटेल्स को रखने के लिए कुछ एप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे ब्लैकबेरी पासवर्ड कीपर, एंड्रायड का लास्टपास 4.0 ऐसे एप्स हैं जिनसे जानकारी लीक नहीं होती.
7. बहुत से लोग पब्लिक वाई-फाई के दीवाने होते हैं. झट से कनेक्ट कर लेते हैं. ऐसा करने से बचना चाहिए. पब्लिक वाई-फाई में VPN (Virtual Private Network) का इस्तेमाल करना चाहिए. VPN आपके नेटवर्क को सिक्योर रखता है. घर में भी अगर वाई-फाई लगा है तो राउटर का डिफ़ॉल्ट पासवर्ड बदल दें.
8. कभी कांटैक्ट लिस्ट में कोई जानकारी सेव ना करें.
9. टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन – इसे एक्टिवेट रखें. इसमें आपका अकाउंट आपके फोन नंबर से जुड़ जाता है. ऐसे में अपने अकाउंट को सिर्फ आप ही खोल सकेंगे. व्हाट्सअप ने भी अभी जल्द ही ये सुविधा शुरू कर दी है.
10. बहुत से लोग व्हाट्स अप पर फॉरवर्ड बहुत करते हैं. किसी भी ऐरे-गैरे मैसेज को फॉरवर्ड ना करें. आपके फ़ोन की डिटेल्स हैकर्स तक पहुंच जाती है.
11. इधर-उधर के लालच देने वाले लिंक पर कभी क्लिक ना करें. ऐसा करने पर वैसा होगा या फलानी चीज जीतने के लिए यहां क्लिक करें. ये सब फर्जी होते हैं.
12. कोई भी एप झट से इंस्टाल नहीं करना चाहिए. उसके बारे में पहले जानना चाहिए और उसकी विश्वसनीयता के बारे में पता करना चाहिए.
13. अगर आपके जीमेल अकाउंट में कोई घुसपैठ करने की कोशिश करता है तो जी-मेल अब अलर्ट भेज देता है. ऐसे अलर्ट को एक्टिवेट रखें और उन्हें बीच-बीच में देखते रहें.
पैसा बहुत मुश्किल से मिल रहा है. इसलिए जो कुछ भी है उसे अपनी लापरवाही से गंवा ना दें. सतर्क रहें. सावधान रहें.

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